The smart Trick of sidh kunjika That No One is Discussing
Individuals who study Devi Mahatmya without this prayer of Kunjika will not likely reach the forest of perfection as they can weep on your own without one to defend or guard them.
न सूक्तं नापि ध्यानम् च न न्यासो न च वार्चनम् ॥ २ ॥
नवरात्रि में देवी को प्रसन्न करने के click here लिए इसका पाठ करें. जानते हैं सिद्ध कुंजिका पाठ की विधि और लाभ.
नमस्ते शुंभहंत्र्यै च निशुंभासुरघातिनि ।
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नामावलि
न तस्य जायते सिद्धिररण्ये रोदनं यथा।।
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देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति चतुर्थोऽध्यायः
श्री सरस्वती अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
श्री वासवी कन्यका परमेश्वरी अष्टोत्तर शत नामावलि
मारणं मोहनं वश्यं स्तम्भनोच्चाटनादिकम्।
श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)
श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)